शुद्ध अष्टधातु से निर्मित नाम राशी से सिद्ध पारामणि अंगूठी नवग्रहों को बैलेंस कर कुंडली के दोषों का निवारण करती है, परिणाम स्वरुप पहनने पर भाग्योदय, कार्य सिद्धि और धन प्राप्ति के प्रबल मार्ग बनते है, अनेक बाधाएं जैसे शत्रु बाधा, धन बाधा, कार्य बाधा आदि दूर होकर व्यापार में लाभ एवं रोजगार में उन्नति के अवसर खुलते है।
कुंडली में अगर दोष हो अथवा ग्रहों की दशाये ठीक न हो तो व्यक्ति को व्यापार,रोजगार, परिवार सम्बंधित अनेक कष्ट उठाने पड़ते है, ऐसी स्थिति में व्यक्ति अनेक जतन करता है कई तरह से उपाय करने के बाद भी उचित परिणाम नहीं मिलते ऐसे में पारामणि अंगूठी संजीवनी का कार्य करती है, यह अंगूठी पहनने वाले जातक के शरीर के संपर्क में रहते हुए उसे पाप ग्रहों ( मंगल, शनि, राहु केतु ) एवं कुंडली जनित दोषो के दुष्प्रभावो से संरक्षण देती है |
अष्टधातु की क्षमता, उपयोगिता एवं ज्योतिष लाभ के प्रमाण सुश्रुत संहिता, भविष्य पुराण आदि प्राचीनतम ग्रंथो सहित विकिपीडिया एवं न्यूज़ साईटस पर भी लेखो के माध्यम से उपलब्ध है।
यदि आप अष्टधातु से बनी कोई भी चीज पहनते हैं तो आप सभी नौ ग्रहो से होने वाली पीड़ा को शांत कर सकते हैं और हाँ ये जरूरी नहीं की आप अष्टधातु से बनी से कोई चीज पहने ही आप अपने घर या ऑफिस में रखते हो तो भी इन नौ ग्रहो से होने वाली पीड़ा को शांत करता है।
कार्य क्षेत्र में सफलता, व्यापार में सुधार एवं धन की आवक में वृद्धि के लिए अवश्य धारण करे।